Be sabab
Music Created By UdioMusic AI
Be sabab
2024-10-21 16:48:15
Be sabab
2024-10-21 16:48:15
Lyrics
[Verse]
यूंही बेमक़सद न फेरा करो, कोई शाम घर भी रहा करो
वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है, उसे चुपके चुपके पढ़ा करो
[Verse 2]
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से
ये नए मिज़ाज का शहर है, ज़रा फ़ासले से मिला करो
[Chorus]
मुझे इश्तेहार सी लगती हैं ये मोहब्बतों की कहानियां
जो कहा नहीं वो सुना करो, जो सुना नहीं वो कहा करो
[Verse 3]
अभी राह में कई मोड़ हैं, कोई आएगा कोई जाएगा
तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया, उसे भूलने की दुआ करो
[Outro]
कभी हुस्न-ए-परदा-नशीं भी हो ज़रा आशिक़ाना लिबास में
जो मैं बन-संवर कहीं चलूं, मेरे साथ तुम भी चला करो
[Ending]
नहीं बेहिजाब वो चांद सा कि नज़र का कोई असर न हो
उसे इतनी गर्मी-ए-शौक़ से बड़ी देर तक न तका करो
ये ख़िज़ां की ज़र्द सी शाल में जो उदास पेड़ के पास है
ये तुम्हारे घर की बहार है, उसे आंसुओं से हरा करो
Style of Music
Bollywood, cinematic, flute, romantic